कानपुर में एक दिन खुलता है रावण का मंदिर

 

सुनाद न्यूज
05 अक्टूबर 2022

कानपुर। उन्नाव जनपद के पट्टी ग्राम निवासी रईस प० गुरुप्रसाद शुक्ल द्रारा १८५७ की क्रान्ति के बाद कानपुर मे नन्हे नवाब के मकान को अंग्रेजो से सन् १८६२ ई० मे नीलामी से खरीदा और सन् १८६९ मे कैलाश मंदिर स्थापित किया था | उनके द्वारा स्थापित तेरह मंदिरो मे सैकड़ों देव विग्रह पूजित है | प० गुरुप्रसाद शुक्ल के रिश्तेदार बाजपेयी परिवार द्वारा आज भी मंदिर संरक्षित है | मंदिर मे भगवती छिन्नमस्तिका और रावण मंदिर आकर्षण का केन्द्र है , जो वर्ष मे एक बार एक दिन के लिए भक्तो के दर्शनार्थ खुलते है|

यहां स्थापित है मंदिर
कैलाश मंदिर (खास बाजार) शिवाला मे स्थित महापंडित दशानन रावण की प्रतिमा , जो प्रतिवर्ष एक बार दशहरा ( विजयादशमी) को ही पूजन, अर्चन के लिए खुलता है।

संकलन-अनूप शुक्ल,कानपुर

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