कानपुर सीएमओ डीएम प्रकरण, किसकी हार किसकी जीत
विश्लेषण
कानपुर,19 जून 2025। जिलाधिकारी जितेंद् प्रताप सिंह व सीएमओ हरिदत्त नेमी के बीच कई दिनों से चल रहा प्रकरण का पटाक्षेप उनके निलंबन से हो गया। उनकी जगह डॉ. उदय नाथ को कानपुर नगर नया सीएमओ भी बना दिया गया। हालाकि जिलाधिकारी व सीएमओ के इस प्रकरण में भाजपा के जनप्रतिनिधियों के बीच भी खेमेबाजी का माहौल बना। जो अब शक्ति प्रदर्शन के तब्दील हो गया है। भाजपा के कानपुर के बड़े नाम ब कद वाले जनप्रतिनिधि ने सीएमओ के पक्ष में चिट्ठी लिखी। यो कई विधायक जिलाधिकारी के समर्थन में आ गए। कई दिनों तक समर्थक भी सोशल मीडिया पर इस प्रकरण पर गदर मचाए रहे। सीएमओ के हटने को हार जीत के तौर पर देखा जा रहा है। जो भाजपा के लिए सुखद संदेश नही है। डैमेज कंट्रोल समय रहते हो जाता तो भाजपा की इतनी किरकिरी न होती। कौन सही है और कौन गलत है,के आधार पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। कानपुर की भाजपा की खेमेबाजी पर विपक्ष सपा गदगद दिखाई दे रही है। वह इसे भाजपाइयों का ड्रामा बता रही है। निश्चित तौर पर कानपुर भाजपा में खेमेबाजी पर लगाम न लगी। तो नुकसान उठाना पड़ सकता है। जब कि 2027 विधान सभा चुनाव होना है। इधर सीएमओ ने सार्वजनिक रूप से कुछ आरोप लगा दिए। इस प्रकरण को सभी पक्षों की जांच बड़ी एजेंसी से कराना चाहिए। और गलता पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ा सबक मिल सके। की जनता की सेवा सर्वोपरि है।