अक्षय तृतीया मिनी धनतेरस की तरह मनाई जाती है। इस दिन शहरी बड़े पैमाने पर सोने-हीरे की ज्वैलरी की खरीद करते हैं। चांदी के सिक्के भी लोग लेते हैं।
बाजार की साप्ताहिक बंदी के बाद भी रविवार को बिरहाना रोड और नयागंज के कुछ शोरूम खुले रहे। बाजार में इस बार नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। अलग-अलग प्रकार के नगीना या स्टोन जड़े हीरों की ज्वैलरी की मांग ज्यादा है। अक्षय तृतीया मिनी धनतेरस की तरह मनाई जाती है। इस दिन शहरी बड़े पैमाने पर सोने-हीरे की ज्वैलरी की खरीद करते हैं। चांदी के सिक्के भी लोग लेते हैं।
बातचीत
सहालग होने के साथ ही लोग अक्षय तृतीया के लिए भी ज्वैलरी की बुकिंग करा रहे हैं। इस बार डायमंड के सेट, नेकलेस की मांग सबसे ज्यादा है। मध्य वर्ग और उच्च मध्यवर्ग के ग्राहक 8-10 लाख की रेंज में इनकी मांग कर रहे हैं। बाजार में यह नया ट्रेंड दिख रहा है।– विवेक गुप्ता, निदेशक, लाला पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स
बाजार अच्छा चल रहा है। फुटकर के अलावा थोक ग्राहक भी बाजार में हैं। सहालग इस बार जुलाई तक है। अक्षय तृतीया को लेकर भी बाजार में उत्साह दिख रहा है। सोने-चांदी के भाव कम होने से बाजार में अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है। – रामकिशोर मिश्रा, मंत्री, उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन
अक्षय तृतीया पर बाजार अच्छा रहने की उम्मीद है। बीते दो सालों में कोरोना के चलते लॉकडाउन के चलते पर्व के दिन बाजारें बंद थी। कारोबारियों में भी उत्साह है। – पंकज अरोड़ा, अध्यक्ष कानपुर महानगर सराफा एसोसिएशन
अक्षय तृतीया पर्व के प्रति ग्राहकों में अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है। बुलियन के साथ ही सहालग के लिए गहनों की लोग बुकिंग करा रहे हैं। तमाम लोग उसी दिन डिलीवरी लेंगे। – आशू शर्मा, अध्यक्ष, कानपुर महानगर बुलियन एंड सराफा एसोसिएशन