कानपुर देहात,11 अप्रैल 2025। मैथा तहसील में चेंबर गिराए जाने व मांगे पूरी न किए जाने के चलते सोलहवें दिन भी हड़ताल पर रहे। और बैठक कर मांगे पूरी होने तक आंदोलन करने की बात कही।समिति अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह व महामंत्री कुलदीप तिवारी ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि तानाशाह अधिकारियों के साथ कार्य करना असंभव है।
यह था मामला,जो पकड़ गया तूल
एसडीएम सुरभि शर्मा व तहसीलदार सुनील कुमार ने अधिवक्ताओं के निर्माणाधीन चेंबरों को पिछली 26 मार्च को पुलिस बल की मदद से जेसीबी से ध्वस्त करवा दिया था। जिससे अधिवक्ताओं व तहसील अधिकारियों तथा पुलिस से उनकी तीखी झड़पें भी हुई।अधिवक्ताओं ने इस कार्यवाही को वर्तमान अधिकारियों की हठधर्मिता, विद्वेषपूर्ण व अनैतिक कार्यवाही बताते हुए हड़ताल कर धरने पर बैठ गए। और एसडीएम के स्थानांतरण न होने तक सम्पूर्ण कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया था। दो बार डीएम व दो बार एडीएम प्रशासन से वार्ता होने के उपरांत भी कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला। अधिवक्ता एसडीएम के स्थानांतरण से कम बात पर राजी होने को तैयार नही है।जिले की तहसीलों के अधिवक्ता भी समर्थन में आंदोलित है।
मुख्यमंत्री योगी जी तक पहुंची बात
बार काउंसिल उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष अनुराग पाण्डेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट कर ज्ञापन सौंपा। जिसमें मैथा तहसील की समस्या भी शामिल थी। बैठक में उमाकांत त्रिपाठी,राजीव दीक्षित,अनुज पाल,मोनू पांडेय,केके यादव,गौरव त्रिवेदी,अमित प्रताप सिंह,जनार्दन सिंह,देवेंद्र तिवारी,अशोक गौतम,शारदा शुक्ला,रणविजय सिंह,ज्ञानेश गुप्ता,संदीप द्विवेदी,रविकांत कमल, अमिताभ मिश्रा,अनिल त्रिवेदी,ईशू यादव, बली शंकर,सच्चिदानंद अग्निहोत्री सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।